भारतपोल पोर्टल 2025, भारतपोल पोर्टल क्या है, भारतपोल पोर्टल की जरूरत क्यों पड़ी?, भारतपोल पोर्टल कैसे काम करता है?, भारतपोल पोर्टल के लाभ?, इंटरपोल क्या है? इंटरपोल कैसे काम करता है! (BHARATPOL PORTAL 2025, BHARARTPOL PORTAL, Bharatpol Portal Benefits, How it Work, Interpol?)
BHARATPOL PORTAL क्या है?
BHARATPOL एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है जो भारतीय पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों को अंतरराष्ट्रीय पुलिस सहयोग में सुधार करने में मदद करेगा। भारतपोल के माध्यम से राज्य जांच एजेंसियां और पुलिस बल इंटरपोल से सीधे कांटेक्ट कर सकेंगी जिससे अपराधी से जुड़ीं जानकारी प्राप्त करने के साथ उसके खिलाफ रेड नोटिस या अन्य कोई नोटिस जारी करने की रिक्वेस्ट इंटरपोल से सीधे कर सकेंगी। इसके अलावा राज्य जांच एजेंसियां एवं पुलिस बल अपनी रिक्वेस्ट की स्थिति को स्वयं देख सकेंगी।
इसका उद्देश्य देश में अपराध नियंत्रण में सुधार करना और अंतरराष्ट्रीय अपराधों के खिलाफ लड़ने में भारत की क्षमता को बढ़ाना है। गृह मंत्री ने कहा कि कनेक्ट, नोटिस, रेफरेंस, ब्रॉडकास्ट और रिसोर्स यह पांच भारतपोल के प्रमुख मॉड्यूल होंगे जिनके माध्यम से हमारे देश की सभी लॉ एनफोर्समेंट एजेंसी एक प्लेटफार्म पर आ जाएंगी।
Also, yojnasarkar.in provides information on all government schemes run by the central or state governments.
Important Points For BHARATPOL PORTAL
Name Of The Portal | BHARATPOL PORTAL (भरतपोल पोर्टल) |
Purpose of the Portal | देश में अपराध नियंत्रण में सुधार करना |
Start of Portal | 7 जनवरी 2025 |
Sector of The Portal | केंद्र सरकार |
Current Status | Active |
Department / Ministry Of The Portal | Central Bureau of Investigation (CBI), गृह मंत्रालय |
Beneficiary of Portal | केंद्र और राज्य की पुलिस एवं सुरक्षा एजेंसियां |
Apply Process | Online |
Official Website | https://bharatpol.cbi.gov.in/ |
Download App | NA |
Helpline No. | 011-24364000 |
भारतपोल (BHARATPOL) की आवश्यकता क्यों पड़ी?
भारत की राज्य पुलिस और जांच एजेंसियों को अभी तक विदेशों में छिपे अपराधियों को पकड़ने के लिए और उनके बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए इंटरपोल का सहारा लेना पड़ता है। जिसके लिए राज्य सरकार को पहले CBI से संपर्क करना पड़ता है, इसके बाद CBI इंटरपोल से संपर्क करती है और अपराधी के खिलाफ जरुरी नोटिस जारी करवाती है।
इसके अलावा राज्य जांच एजेंसियां अपनी रिक्वेस्ट की स्थिति जानने के लिए CBI के इमेल या फैक्स पर निर्भर रहते हैं। यह प्रक्रिया न केवल जटिल है बल्कि इसमें काफी समय भी लगता है।
इन सभी समस्याओं को हल करने के लिए भारतपोल की शुरुआत की गई है। भारतपोल पोर्टल को सीबीआई (CBI) के द्वारा विकसित किया गया है जिसका उद्घाटन गृहमंत्री अमित शाह द्वारा किया गया। भारतपोल की मदद से न केवल भगोड़े अपराधी को पकड़ने की प्रक्रिया सरल होगी बल्कि टाइम भी कम लगेगा ।
भारतपोल पोर्टल के लाभ / Benefits:
- भारतपोल के आने से केंद्र एवं राज्य की सभी जांच एजेंसियां और पुलिस बल एक ही डिजिटल प्लेटफॉर्म पर आ जाएंगी।
- भारत की जांच एजेंसियां इस पोर्टल की मदद से रेड नोटिस और अन्य कलर कोटेड नोटिस जारी करने सहित अंतरराष्ट्रीय सहायता के लिए अनुरोध भेज व प्राप्त कर सकेंगी।
- भारतपोल पोर्टल के माध्यम से सरकार को विदेश में बैठे वंचित अपराधियों को पकड़ने के लिए संबंध देश की पुलिस से सहयोग मांगने में आसानी होगी।
- इस प्रणाली के तहत देश छोड़कर भागे गए अपराधियों के बारे में इंटरपोल से जानकारी और सहयोग लेने में आसानी होगी।
- इस पोर्टल के माध्यम से देश की तमाम जांच एजेंसियां और पुलिस बल बहुत आसानी से इंटरपोल के साथ संपर्क स्थापित कर सकेंगी, जिससे जांच में तेजी आएगी।
BHARATPOL कैसे काम करेगा?
- भारतपोल पोर्टल एक राष्ट्रीय पुलिस पोर्टल है जो भारत में पुलिस और कानून प्रवर्तन एजेंसियों के बीच समन्वय और सहयोग को बढ़ावा देने के लिए डिजाइन किया गया है।
- भारतपोल इंटरपोल की तर्ज पर सीबीआई (CBI) के अंतर्गत काम करेगा। CBI इंटरपोल से सीधे जुड़ा हुआ है।
- भारतपोल एक एकीकृत डेटाबेस प्रदान करेगा जिसमें अपराध,अपराधियों और अन्य पुलिस संबंधी जानकारी शामिल होगी। भरतपोल के माध्यम से जांच एजेंसियां एवं पुलिस बल आपस में इस जानकारी को साझा कर सकेंगी।
- BHARATPOL पोर्टल के माध्यम से अब राज्य जांच एजेंसियां और पुलिस बल इंटरपोल से सीधे कांटेक्ट कर सकेंगी।
- राज्य सरकार की जांच एजेंसियों अथवा पुलिस बल के द्वारा भेजे गए नोटिस रिक्वेस्ट पर नोटिस जारी करने का अंतिम अधिकार इंटरपोल के पास ही होगा वह चाहे तो रिक्वेस्ट को स्वीकार कर नोटिस जारी कर सकती है।
- इस पोर्टल के तहत साइबर अपराध, वित्तीय अपराध, संगठित अपराध, मानव तस्करी जैसे अंतरराष्ट्रीय अपराधों के मामलों में जांच की जाएगी।
- भारतपोल के माध्यम से भारत की जांच एजेंसियां एवं पुलिस बल अपराध संबंधी जानकारी एक दूसरे से साझा कर सकती हैं। इसके अलावा दूसरे देश की जांच एजेंसियों से भी अपराधी के संबंध में जानकारी मांग सकती हैं।
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क्या भगोड़े अपराधी के खिलाफ राज्य एजेंसियां अथवा पुलिस बल नोटिस जारी कर सकेंगे?
नहीं, भगोड़े अपराधी के खिलाफ नोटिस जारी करने का अंतिम अधिकार इंटरपोल के पास ही रहेगा। राज्य जांच एजेंसियां अथवा पुलिस बल भारतपोल के माध्यम से भगोड़े अपराधी के खिलाफ सीधे इंटरपोल को नोटिस जारी करने की रिक्वेस्ट भेज सकती हैं। इंटरपोल राज्य जांच एजेंसियों अथवा पुलिस बल के द्वारा भेजी गई रिक्वेस्ट को स्वीकार कर भगोड़े अपराधी के खिलाफ रेड नोटिस या अन्य कोई नोटिस जारी कर सकता है।
इंटरपोल (INTERPOL) क्या है?
इंटरपोल का पूरा नाम ‘इंटरनेशनल क्रिमिनल पुलिस ऑर्गेनाइजेशन’ (INTERPOL) है, जो दुनिया का सबसे बड़ा अंतरराष्ट्रीय पुलिस संगठन है। इंटरपोल सभी सदस्य देशों की पुलिस के बीच समन्वय और सहयोग को बढ़ावा देने का काम करती है। भारत की तरफ से CBI इससे सीधे तौर पर जुड़ी है। वहां CBI के अधिकारी नियुक्त हैं।
इंटरपोल कैसे काम करता है?
उदाहरण के लिए किसी अपराधी ने भारत में अपराध किया है और वह फ्रांस भाग जाता है तो भारत की पुलिस का दवा फ्रांस में नहीं चलेगा। ऐसे में भारत उस अपराधी के बारे में इंटरपोल को जानकारी देगा और उसके बाद इंटरपोल उस जानकारी की सत्यता की जांच करेगा। फिर वह अपराधी के खिलाफ रेड नोटिस या अन्य कोई नोटिस जारी करेगा। उसके बाद इंटरपोल की पुलिस के माध्यम से भारत की पुलिस उस अपराधी को पकड़ सकती है।
FAQ
Q. BHARATPOL PORTAL की शुरुआत कब की गई?
7 जनवरी 2025 को।
Q. BHARATPOL PORTAL किसके अंतर्गत काम करेगा?
भारतपोल CBI के अंतर्गत काम करेगा।
Q. भारतपोल पोर्टल पर क्या जानकारी उपलब्ध होगी?
भारतपोल पोर्टल पर अपराधियों, अपराधों, पुलिस स्टेशनों पुलिस अधिकारियों और अन्य पुलिस जानकारी उपलब्ध होगी।